KTM कंपनी इंडिया में फेल क्यों हो रही है?
KTM कंपनी ऑस्ट्रीयाई मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी है, KTM कंपनी भारत में 2008 के बाद इंडिया में कदम रखी थी। शुरुआत में यह कंपनी इंडिया में स्पोर्ट्स बाइक बनाकर बेचती थी। जिससे इस कंपनी की पकड़ भारतीय युवाओं में मजबूत हो गई। लेकिन पिछले कुछ सालों से KTM इंडिया की बिक्री में लगातार गिरावट देखने को मिल रहा है और कंपनी को इंडिया में कुछ गंभीर चुनौतीयों का सामना करना पड़ रहा है। इस आर्टिकल में हम यह समझेंगे कि KTM कंपनी क्यों फेल हो रही है, इसके पीछे के कारणों के बारे में चर्चा करेंगे और इस कंपनी के कम बिक्री को लेकर समाधान की बात करेंगे।
1. Highi Price
KTM की बाइकें भारतीय बाजार में आमतौर पर काफी महंगी होती है। यह कंपनी अपने प्रीमियम बाइक बनाने के लिए जानी जाती हैं, लेकिन भारतीय बाज़ार में अधिकांश मोटरसाइकिल खरीददार बाइक के कीमत के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं। KTM की बाइकें, जैसे KTM Duke और KTM RC की कीमत अन्य बाइक की तुलना में काफी ज्यादा है, जो कि आम लोगों के पहुंच से ज्यादा है और KTM की बाइक महंगे होने के कारण काफी लोग इसे खरीदने के लिए तैयार नहीं हो पाते।
इसके आलावा अन्य भारतीय कंपनियां जैसे Bajaj, Hero, TVS की बाइक्स की कीमतें KTM की तुलना में बहुत सस्ती है। यह भारतीय ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है और KTM के लिए चुनौतियां पैदा करती हैं।
2. KTM की सर्विस और मेंटेनेंस
KTM बाइक्स की सर्विस और मेंटेनेंस भी एक प्रमुख कारण है जो भारतीय बाजार में KTM कंपनी की विफलता का कारण है। KTM की बाइक्स खासकर हाई परफोर्मेंस की पार्ट्स है, जिनका रख रखाव और मेंटेनेंस बहुत महंगा होता है। भारतीय ग्राहकों को इस प्रकार की महंगी सर्विस की आदत नहीं होता है, खासकर जब अन्य कंपनियां सस्ती सर्विस करती हों।
इसके अलावा, KTM कंपनी की सर्विस सेंटर भारत में बहुत कम है, और अक्सर ग्राहकों को लंबी दूरी तय करके सर्विस सेंटर पहुंचने की आवश्यकता होती है। यह एक और कारण है कि लोगों के बीच KTM का ना प्रसिद्ध होना।
3. Seating capacity and User need
KTM की बाइकें ज्यादातर सिंगल सीट और स्पोर्ट्स बाइक होती है, जो अधिकतर युवा और सिंगल राइडर्स को ध्यान में रख कर बनाई जाती हैं। हालांकि, भारत में बहुत से लोग बाइक को अपने परिवार के साथ बैठकर चलने के लिए खरीदते हैं, जिससे एक से अधिक लोग बैठकर सवारी करते हैं। इसलिए KTM कंपनी की बाइक इंडिया में ज्यादा प्रसिद्ध नहीं हो पाई है।
भारत में अधिकतर भारतीय ग्राहक ऐसी बाइक्स की तलाश में होते हैं जो ज्यादा सीटींग स्पेस प्रदान करें और परिवार के लिए बिल्कुल ठीक हो, KTM की बाइक्स हर तरह से भारतीय ग्राहकों के सुविधा को पूरा नहीं कर पाती है। इसी कारण से इसे भारतीय बाजार में अन्य कंपनियों से काफी पीछे है।
4. KTM कंपनी इंडिया में क्यों असफल हो गई
KTM, जो एक प्रसिद्ध मोटरसाइकिल ब्रांड है, KTM ने भारत में अपनी शुरुआत एक स्पोर्ट्स बाइक के रूप में किया था। लेकिन, हाल के कुछ वर्षों में, यह देखा गया है कि KTM की बिक्री में गिरावट आई है और यह भारतीय बाजार में संघर्ष करती नजर आ रही है।
5. माइलेज में कमी
भारत में बाइक खरीदने का एक प्रमुख कारण माइलेज भी है। अधिकतर भारतीय ग्राहक बाइक का चुनाव ईंधन के बचत के आधार पर करते हैं। जबकि KTM की बाइक्स की पहचान हाई स्पीड और परफोर्मेंस है, जिससे माइलेज कम हो जाती है। KTM की बाइक्स अन्य बाइक्स की तुलना में कम माइलेज देती है।
6. हाई स्पीड और पावरफुल इंजन का गांव में उपयोग न होना
KTM की बाइक्स को हाई-स्पीड और पावर के लिए डिजाइन किया जाता है, जो मुख्य रूप से ऑफ-रोडिंग या हाइवे राइडिंग के लिए उपयोगी होती हैं। लेकिन अधिकांश भारतीय ग्राहक अपनी बाइक्स का उपयोग अपने दैनिक कार्यों के लिए करते हैं, जिसमें ट्रैफिक की समस्या आम बात है। ऐसे में KTM की बाइक ट्रैफिक और शहरी क्षेत्रों में चलाने आरामदायक नही रहतीं हैं, जिससे ग्राहक दूसरी बाइक को खरीदने में दिलचस्पी दिखाते हैं।
7. KTM कंपनी की ब्रांड वैल्यू और लोगों की धारणा
भारतीय बाजार में, बजाज, होंडा, हीरो जैसे ब्रांड्स अच्छी बाइक बेंच रही है, जो अधिकांश ग्राहकों के बजट में फिट बैठती है। KTM की बाइक अधिक महंगा होता है, जो उन ग्राहकों के लिए ठीक नहीं है जो कम से कम बजट में बाइक खरीदना चाहते हैं। इससे KTM का मार्केट कंपनी की मार्केट शेयर अन्य कंपनियों के मुकाबले बहुत कम रह गया है।
8. इनोवेशन और अपग्रेड
बाजार में तेजी से बदलाव हो रहा है, और ग्राहकों की जरूरत भी बदल रहा है। हालांकि, KTM ने हाल के वर्षों में अपनी प्रोडक्ट लाइन में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। हर ग्राहक को नए फीचर्स और तकनीकी सुधार की तलाश होती है, लेकिन KTM इस दिशा में पिछड़ता नजर आ रहा है।
9. ग्राहकों का अनुभव
कई ग्राहकों का कहना है कि KTM की बाइक अच्छा प्रदर्शन करती है, लेकिन उन्हें प्रतिदिन उपयोग के लिए असुविधाजनक अनुभव होता है। बाइक की सीटींग पोजीशन, वजन, हैंडलिंग और माइलेज जैसे पहलुओं पर अक्सर ग्राहकों को असंतुष्ट देखा गया है। ग्राहकों की संतुष्टि में कमी के कारण भी KTM को बार-बार खरीददार बदलने का सामना करना पड़ता है।
• लो-रिसेल वैल्यू:
बिक्री के बाद मूल्य में कमी: KTM बाइक्स की रिसेल वैल्यू बहुत कम होता है। अन्य बांड्स जैसे हीरो, होंडा, टीवीएस, के अपेक्षा बहुत कम होता है। यह एक बड़ा कारण है कि लोग अन्य कंपनियों के बाइक खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं।
• मेंटेनेंस में ज्यादा खर्च:
KTM की बाइक में बहुत महंगा मेंटेनेंस होता है, लोग KTM की बाइक को सेकेंड हैंड-मार्केट में खरीदने से कतराते हैं। इस वजह से इसकी रिसेल वैल्यू कम हो जाती है, जो लोगों के न खरीदने का कारण है।
10. सर्विस सेंटर पर स्पेयर पार्ट्स उपलब्ध न होना
KTM बाइक्स के स्पेयर पार्ट्स का आसानी से न उपलब्ध होना कस्टमर के लिए बड़ी समस्या बन गया है। कई बार रिपेयर या सर्विस के दौरान पार्ट्स के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है, जो खरीदने वाले लोगों को निराश करती है।
• पार्ट्स की ज्यादा कीमत:
इसके अलावा, स्पेयर पार्ट्स की कीमत भी ज्यादा है। ज्यादा महंगा सर्विसिंग और पार्ट्स की कीमत में लोगों को अन्य बाइक कंपनियों की ओर आकर्षित हो जाते हैं।
12. KTM अपनी सेल्स को फिर से कैसे बढ़ा सकता है
KTM के असफल होने के सभी कारणों को बता दिया है, जिनमें ज्यादा मेंटेनेंस, लोगों की बदलती जरूरत, कम फ्यूल एफिशिएंसी, और ज्यादा कीमत शामिल हैं। जबकि KTM ने एक हाई परफोर्मेंस के रूप में अपने ब्रांड को मार्केट में स्थापित किया है, उसकी असफलता के पीछे भारतीय ग्राहकों की जरूरत को समझ कर कंपनी अपने बाइक्स में बदलाव करना चाहिए। जैसे सस्ती और कम मेंटेनेंस माॅडल्स लाता है, अपनी सर्विस सेंटर सुधारता है, तो फिर से KTM अपनी पकड़ को मजबूत कर सकता है।
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